हरियाली तीज 2025: कब है, पूजा विधि, व्रत का महत्व और परंपरा

जानिए हरियाली तीज कब की है, 2025 में हरियाली तीज कब है, पूजा विधि, धार्मिक महत्व और इससे जुड़ी परंपराएं। यह ब्लॉग आपको हरियाली तीज की पूरी जानकारी और व्रत के सही तरीके प्रदान करता है।

Suman Choudhary

10 days ago

हरियाली तीज 2025

हरियाली तीज कब की है? 2025 में हरियाली तीज कब है और इसका महत्व

हरियाली तीज भारत की महिलाओं के लिए एक अत्यंत प्रिय और शुभ पर्व है। यह न केवल प्रकृति के सौंदर्य का उत्सव है, बल्कि एक ऐसा अवसर भी है जिसमें महिलाओं की आस्था, प्रेम, और पारंपरिक सांस्कृतिक मूल्य प्रकट होते हैं।

अगर आप जानना चाहते हैं कि hariyali teej kab ki hai, या फिर hariyali teej kab hai 2025 mein, तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। इस ब्लॉग में हम हरियाली तीज की तिथि, इसके धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व, पूजा विधि, साथ ही इससे जुड़ी रोचक बातें साझा करेंगे।

हरियाली तीज का परिचय और इतिहास

हरियाली तीज को श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व मुख्यतः उत्तर भारत के राज्यों जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में धूमधाम से मनाया जाता है।

हरियाली तीज meaning in Hindi

हरियाली तीज का शाब्दिक अर्थ है “हरियाली का त्योहार।” यह पर्व हरियाली और सृष्टि के सौंदर्य का प्रतीक है। महिलाएं इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं ताकि उनका वैवाहिक जीवन सुखद, स्थायी और प्रेमपूर्ण रहे।

पौराणिक मान्यता

पौराणिक कथाओं के अनुसार, हरियाली तीज उस दिन को चिह्नित करता है जब माता पार्वती ने तपस्या के बाद भगवान शिव को अपने पति रूप में प्राप्त किया था। यह दिन नारी शक्ति, समर्पण, और प्रेम का प्रतीक माना जाता है।

हरियाली तीज कब है 2025 में?

2025 में हरियाली तीज कब है—इसका उत्तर है: 26 जुलाई, शनिवार।

ज्योतिषीय गणना के अनुसार:

  • तृतीया तिथि प्रारंभ: 25 जुलाई 2025 को दोपहर 02:33 बजे

  • तृतीया तिथि समाप्त: 26 जुलाई 2025 को दोपहर 04:18 बजे

इसी के अनुसार, हरियाली तीज 26 जुलाई को मनाई जाएगी।

हरियाली तीज कैसे मनाई जाती है?

इस पर्व पर महिलाएं श्रृंगार करती हैं, गीत गाती हैं, झूला झूलती हैं और पारंपरिक नृत्य करती हैं। यह समय उत्सव और खुशियों से भरा होता है।

हरियाली तीज की पूजा विधि

  • प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें

  • देवी पार्वती और भगवान शिव की मूर्ति को स्थापित करें

  • जल, पुष्प, चंदन और रोली से पूजा करें

  • सौभाग्यवती महिलाएं अपने सुहाग चिन्हों से माता को सुशोभित करें

  • हरियाली तीज कथा का श्रवण करें

  • बाद में झूले पर बैठकर पारंपरिक गीतों का आनंद लें

पारंपरिक भोजन

हरियाली तीज पर गुजिया, घेवर, फेनी और पूड़ी जैसे विशेष व्यंजन बनाए जाते हैं। ये व्यंजन इस पर्व को और अधिक स्वादिष्ट और आनंददायक बनाते हैं।

इस पर्व से जुड़ी चुनौतियाँ और समाधान

सामाजिक व्यस्तता और समय की कमी

  • शहरी जीवनशैली में समय निकालना कठिन हो सकता है

  • समाधान: पर्व को वर्चुअल तौर पर भी मनाया जा सकता है जैसे ऑनलाइन पूजा या वीडियो कॉल के माध्यम से परिवार के साथ जुड़ना

पारंपरिक ज्ञान की कमी

  • युवा पीढ़ी इन रीति-रिवाजों से दूर होती जा रही है

  • समाधान: घर के बड़े-बुजुर्गों से बातचीत करें, और पर्व की जानकारी साझा करें

हरियाली तीज के आधुनिक पहलु

अब हरियाली तीज सिर्फ धार्मिक पर्व नहीं रह गया है, यह महिलाओं के सामूहिक उत्सव और आत्म-सशक्तिकरण का माध्यम बन चुका है।

सामूहिक कार्यक्रमों की परंपरा

  • कई संस्थाएं और समुदाय सामूहिक तीज समारोहों का आयोजन करते हैं

  • इसमें नृत्य प्रतियोगिता, मेहंदी सजाने की प्रतियोगिता और पारंपरिक गीतों की प्रस्तुतियाँ होती हैं

पर्यावरण जागरूकता

हरियाली तीज के अवसर पर वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है जिससे यह पर्व प्रकृति संरक्षण से भी जुड़ जाता है

हरियाली तीज से जुड़े प्रश्न

Q1: हरियाली तीज कब की है?

A: 2025 में हरियाली तीज 26 जुलाई को है, शनिवार के दिन।

Q2: क्या हरियाली तीज व्रत सभी महिलाएं रख सकती हैं?

A: हाँ, विवाहित और अविवाहित महिलाएं दोनों यह व्रत रख सकती हैं। हालांकि, विवाहित महिलाओं के लिए इसका विशेष महत्व है।

Q3: हरियाली तीज के दिन क्या चीजें नहीं करनी चाहिए?

A: इस दिन मांसाहार और मद्यपान से दूर रहना चाहिए और किसी से कटु वचन नहीं बोलने की सलाह दी जाती है।

Q4: क्या यह पर्व पूरे भारत में मनाया जाता है?

A: मुख्यतः उत्तर भारत के राज्यों में मनाया जाता है, लेकिन अब इसकी लोकप्रियता अन्य राज्यों में भी बढ़ रही है।

निष्कर्ष: हरियाली तीज का महत्त्व

हरियाली तीज केवल एक पर्व नहीं, बल्कि महिलाओं की श्रद्धा, समर्पण और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक है। इसकी पूजा, व्रत और उत्सव जीवन में सुख, शांति और सौभाग्य लाने का माध्यम हैं।

यदि आप जानना चाहते हैं कि hariyali teej kab ki hai या hariyali teej kab hai 2025 mein, तो याद रखें—इस वर्ष 26 जुलाई को हरियाली तीज पूरे उत्साह से मनाई जाएगी।